भारत में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस संक्रमण के बीच इसके वैक्सीन को लेकर भी काफी उम्मीदें बढ़ने लगी हैं। गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने मीडिया से कास बातचीत में कहा है कि कोरोना वायरस वैक्सीन के मानव परीक्षण प्रदेश के रेडकर अस्पताल में शुरू हो चुका हैं। इसके लिए उन्होंने मेडिकल टीम के सभी सदस्यों को बधाई दी।
सीएम प्रमोद सावंत ने ट्वीट कर लिखा कि कोरोना वायरस वैक्सिन का मानव परीक्षण, कोविड-19 के लिए स्वदेशी रूप से विकसित वैक्सीन, गोवा के रेडकर हॉस्पिटल में शुरू हो चुका है। यह देश में स्वास्थ्य उपचार सेवा में नवाचार की अपार संभावनाओं का एक प्रमाण है। कोरोना वैक्सीन में काम करने वाली पूरी टीम को मेरी शुभकामनाएं।
बता दें कि, भारत के शीर्ष दवा नियामक ने हाल ही में कोरोना वैक्सीन कोवाक्सिन के लिए मानव परीक्षणों के लिए हरी झंडी दे दी थी, जिसे हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के सहयोग से बनाया गया है।
दुनिया के सभी देशों को पिछले 6 महीनों से जिसका बेसब्री से इंतजार है, वह है कोविड-19 की वैक्सीन। कोविड-19 ने लगभग दुनिया के सभी देशों को अपनी गिरफ्त में ले रखा है, जिसमें से अमेरिका, ब्राजील, भारत जैसे देश ऐसे हैं, जहां पर हर दिन हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका, ब्रिटेन, भारत समेत कई देशों में कोरोना वायरस वैक्सीन पर होने वाले काम को आम जनता से लेकर वैज्ञानिकों बड़ी उम्मीदों से देख रहे हैं। ताकि जल्द से जल्द कोरोना वायरस संक्रमण पर काबू पाया जा सके।
राजधानी दिल्ली में राहत-
देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 9 दिनों से कोरोना संक्रमण के नए मामलों की संख्या 1-2 हजार के बीच रह रही थी। बीते रविवार को कुल 1211 नए केस सामने आए थे, लेकिन सोमवार को यह संख्या घटकर 3 अंकों में आ गई। महीनों बाद राजधानी दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण के नए मामलों की संख्या 1000 से कम दर्ज हुई और सिर्फ 954 केस ही सामने आए।
दिल्ली सरकार की हेल्थ बुलेटिन के द्वारा जारी किए हालिया आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 954 नए केस सामने आने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,23,747 तक पहुंच गई है। कुल संक्रमित मरीजों में से 1.4 लाख लोग पूरी तरह से ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। वहीं राजधानी दिल्ली में फिलहाल कोरोना वायरस के 15,166 एक्टिव केस हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।