भारत-चीन सीमा से लौटकर शैलेंद्र गोदियाल सेना और आईटीबीपी के जवानों को उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले से लगी चीन सीमा पर स्थित अपनी छह चैकियों तक पहुंचने के लिए अब पैदल सफर तय नहीं करना पड़ेगा। सरहद की इन अंतिम चैकियों पर सेना के वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। इन चैकियों तक पहुंचने वाली सड़क को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) व केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ने तैयार किया है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय सीमा को जोड़ने वाली इस सड़क पर अभी ब्लैक टॉप (डामरीकरण) होना बाकी है।