सरकार ने बताया है कि नवंबर 2015 में शुरू की गई स्वर्ण मौद्रीकरण योजना में अब तक उसने घरों और मंदिरों में बेकार पड़ा 3.1 टन सोना जुटाया है। वित्त मंत्रालय के संयुक्त सचिव सौरभ गर्ग ने कहा, ‘‘स्वर्ण मौद्रीकरण योजना के तहत अब तक 3.1 टन सोना जमा किया गया है।’’
उन्होंने कहा कि यह सोने के सालाना आयात 800 से 1,000 टन की तुलना में बहुत कम है जिसमें से करीब 300 टन केवल निवेश के लिए इस्तेमाल होता है जबकि बाकी का आभूषण बनाने में। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि निवेश के लिए इस्तेमाल होने वाले हिस्से को स्वर्ण मौद्रीकरण योजना की ओर मोड़ लिया जाएगा।