दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की निगरानी स्मार्ट कार्ड के जरिए की जाएगी। इस कार्ड के जरिए स्कूल में बच्चे की मौजूदगी की जानकारी अभिभावकों को घर बैठे-बैठे हो जाएगी। इस तरह के स्मार्ट कार्ड प्रयोग के तौर पर फिलहाल शंकर गार्डेन स्थित निगम स्कूल के दस बच्चों को दिए गए हैं।
निगम स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा को लेकर नए तरीके की शुरुआत की गई है। दक्षिणी निगम साढ़े पांच सौ ज्यादा स्कूलों का संचालन करता है। यहां पर साढ़े तीन लाख के लगभग छात्र पढ़ते हैं। लेकिन, स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर अक्सर ही सवाल खड़े किए जाते रहे हैं। यहां तक कि बच्चा घर से निकलने के बाद स्कूल पहुंचा है कि नहीं, अभिभावक को इसका पता भी नहीं चल पाता था।
इस समस्या को दूर करने के लिए निगम ने ऑनलाइन अटेडेंस सिस्टम की शुरुआत की है। निगम की शिक्षा समिति के अध्यक्ष यशपाल आर्य ने बताया कि स्कूल के गेट पर एक खास तरह के सेंसर से युक्त उपकरण लगाए जाएंगे। इसके साथ ही, छात्र को खास तरह के आई कार्ड दिए जाएंगे। इस पहचानपत्र में विशेष प्रकार के कोड दिए होंगे।
जिसकी पहचान सेंसर के जरिए कर ली जाएगी। स्कूल में प्रवेश करने के साथ ही बच्चे के अभिभावक को उसके पहुंचने का एसएमएस भेज दिया जाएगा। जबकि, स्कूल से बाहर निकलने के साथ ही इसकी जानकारी भी अभिभावक के पंजीकृत नंबर पर दे दी जाएगी। आर्य के मुताबिक फिलहाल प्रयोग के तौर पर विकासपुरी स्थित स्कूल गेट पर सेंसर लगाए गए हैं। जबकि, दस बच्चों को इस तरह के पहचानपत्र दिए गए हैं। जल्द ही इन्हें सभी बच्चों को दिए जाने की योजना है। इससे बच्चों की स्कूल में मौजूदगी पर ज्यादा कारगर तरीके से निगरानी की जा सकेगी।
स्कूलों में लगाए जाएंगे सीसी टीवी: स्कूलों की व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए निगम ने सीसी टीवी कैमरे लगाने की भी शुरुआत की है। पहले चरण में 20 स्कूलों में सीसी टीवी लगाए जा रहे हैं। इसके जरिए स्कूलों में चलने वाली शैक्षिक गतिविधियों पर भी निगाह रखी जाएगी। निगम के जोन कार्यालय में सीसी टीवी के नियंत्रण कक्ष बनाए जाएंगे। वहीं, स्कूलों की हालत सुधारने की एक अन्य योजना में निगम ने पार्षदों के लिए स्कूल गोद लेने की योजना भी शुरू की है। इसके जरिए हर पार्षद अपने वार्ड के एक स्कूल की जिम्मेदारी लेकर वहां की शैक्षिक गतिविधियों में सुधार का प्रयास करेगा।