नई दिल्ली: सेहत के मामले में एक बात बेहद अहम होती है कि हम क्या खाते हैं। यानी हमारा खाना किस प्रकार का है। और यह बात भी है कि पिज्जा, बर्गर, सैंडविच जैसे आहार कुछ कैलोरी भले ही प्रदान करते हो लेकिन ये सभी संतुलित आहार की कैटेगरी में तो कतई नहीं आते। खाने और संतुलित आहार का संबंध कुछ ऐसा है कि सही मायने में यह सेहत की बुनियाद होता है, आधार होता है। जीवन में जिस प्रकार संतुलन जरूरी है उसी प्रकार आहार के मामले में भी संतुलन की आवश्यकता होती है।
खाने में आप चावल, दाल, रोटी, सब्जियां तो लेते ही हैं, लेकिन थोड़ा खयाल रखकर अपनी सेहत को और बेहतर बनाए रख सकते हैं। खाने में अंकुरित अनाज, मेवे, मूंगफली, हर हफ्ते पांच रंग के फल जिनमें केला, सेब, संतरा, अमरूद आदि को शामिल कर सकते हैं। गाजर-मूली जैसी कुछ कच्चा चबाने योग्य सब्जियां, तुलसी, इलायची, लहसुन आदि हर्ब,चोकर वाले अनाज,पत्तेदार सब्जियां पकाकर नियमित रूप से लें तो बेहतर है। इनका सेवन आपकी सेहत को और निखारता है।
खाने का खयाल रखने से पाचन शक्ति भी ठीक रहेगी और शरीर को समय पर पर्याप्त आहार भी मिलता रहेगा। संतुलित जीवन शैली के लिए यह जरूरी है कि हमारा आहार संतुलित हो। यह संतुलन उन चीजों के सेवन से कायम रह सकता है जब हम प्राकृतिक,कम तेल मसालों वाली चीजों को अपने आहार में शामिल करें। संतुलित आहार का फायदा यह होता है कि इसके सेवन से यह पचता जल्दी है और शरीर में ऊर्जा भी बनी रहती है।
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