बीसीसीआई प्रमुख अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष संदीप पाटिल की खिंचाई करते हुए कहा कि इस महीने के शुरू में अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और अन्य को लेकर कुछ गोपनीय तथ्यों का खुलासा करना ‘अनैतिक’ था. ठाकुर ने सीधे शब्दों में नहीं बताया कि पाटिल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन उन्होंने कहा कि ‘बीसीसीआई में उपयुक्त व्यक्ति’ उनसे जल्द ही इस मसले पर बात करेंगे, जिसके कारण बड़ा विवाद पैदा हो गया था.
गौरतलब है कि पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर पाटिल ने हाल ही में खुलासा किया था कि चयन पैनल सचिन तेंदुलकर को टीम से बाहर कर सकता था, लेकिन इससे पहले उन्होंने अंतररष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया और यह भी बताया कि वह विश्व कप 2015 से पहले धोनी को वनडे की कप्तानी से हटाने पर विचार कर रहे थे.
ठाकुर ने पीटीआई से कहा, ‘‘मैं स्पष्ट करना चाहता हूं. संदीप को पूर्व अध्यक्ष होने के नाते ऐसी टिप्पणियां नहीं करनी चाहिए थी. जब वह चेयरमैन थे वह इन सवालों का अलग तरह से जवाब देते थे. लेकिन उसके (कार्यकाल समाप्त होने) बाद उन्होंने भिन्न तरह के जवाब दिए. उन्होंने ऐसा करके पूरी तरह से अनैतिक काम किया.’’
बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा, ‘‘किसी को भी इस विभाग (चयन मसलों) को लेकर अनैतिक और अवांछनीय टिप्पणियां करने से बचना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि उन पर अध्यक्ष बनने के लिए भरोसा किया गया, क्योंकि उन्होंने पर्याप्त क्रिकेट खेली है. उनके साथ चार अन्य चयनकर्ता थे, उन्होंने कुछ नहीं कहा. उन्हें (पाटिल) भी इससे बचना चाहिए था.’’
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि गोपनीयता के इस तरह के उल्लंघन से भविष्य में किसी भी नियोक्ता के लिए पाटिल पर भरोसा करना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी संगठन यदि वह उनकी (पाटिल) सेवाएं लेना चाहता हो, वह इस पर दस बार सोचेगा कि संगठन को छोड़ने के बाद वह उसके बारे में बात करेंगें.’’ पाटिल का तीन साल का कार्यकाल न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए 15 सदस्यीय टीम के चयन के साथ ही समाप्त हो गया था. धोनी और तेंदुलकर के बारे में बात करने के अलावा पाटिल ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए यह भी बताया था कि वर्तमान कोच अनिल कुंबले और टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने चेतेश्वर पुजारा से अपना स्ट्राइक रेट सुधारने के लिए कहा था, क्योंकि यह बल्लेबाजवेस्टइंडीज के हाल के दौरे में रन बनाने के लिए जूझ रहा था.