राजस्थान में मचे सियासी घमासान में अब जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला(Omar Abdullah) की भी एंट्री हो गई है. उमर अब्दुल्ला ने एक ट्वीट कर कहा है कि इस पूरे मामले में बेवजह उन्हें और उनके पिता फारूक अब्दुल्ला को घसीटा जा रहा है.
एक ट्वीट के जरिये उमर अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी के द्वारा जारी बयान को रीट्वीट करते हुए कहा कि वे ऐसे झूठे और घटिया आरोप सुनकर तंग हो गए कि राजस्थान में सचिन पायलट जो कुछ भी कर रहे हैं उसका किसी तरह से फारूक अब्दुल्ला या उनकी रिहाई से लेना देना है. इस मामले में उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को निशाने पर लेते हुए कहा है कि अब बहुत हो गया है और आप मेरे वकीलों का सामना करने के लिए तैयार रहिए.
उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्वीट के साथ राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी और पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरेजवाला को भी टैग किया है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर उमर अब्दुल्ला ने कानूनी करवाई की बात क्यों कही है. इसको लेकर नेशनल कॉफ्रेंस की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अंग्रेजी अखबार द हिन्दू में 20 जुलाई को छपे छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के इंटरव्यू में उन्होंने गलत तरीके से कहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला की रिहाई किसी न किसी रूप से सचिन पायलट और राजस्थान की वर्तमान राजनीतिक उठापटक से जुड़ी हुई है.
देश सवाल पूछता रहेगा: सीएम बघेल
उधर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उमर अब्दुल्ला के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उनके द्वारा लगाया गया आरोप मात्र एक सवाल था, और देश और वे सवाल पूछते रहेंगे.
गौरतलब है कि राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की शादी उमर अब्दुल्ला की बहन सारा अब्दुल्ला के साथ शादी हुई है. उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर घाटी में हुए इसके विरोध के बीच उमर और उनके पिता फारुक अब्दुल्ला को नजरबंद किया गया था.
उधर दिनोंदिन सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बिच तल्खिया बढती ही जा रही है. सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला करते हुए उन्हें निकम्मा और नाकारा तक करार दे दिया. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हिंदुस्तान में राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जहां सात साल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की कभी मांग नहीं हुई. हम जानते थे कि ‘निक्कमा’ है, ‘नकारा’ है, कुछ काम नहीं कर रहा है. खाली लोगों को लड़वा रहा है. फिर भी हमने पद की गरिमा रखी