अफ्रीका यात्रा के दूसरे चरण में दक्षिण अफ्रीका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को प्रिटोरिया में राष्ट्रपति जैकब जुमा से मुलाकात की। मोदी ने जुमा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों देश आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, सुरक्षा परिषद में सुधार जैसे मुद्दों पर एक साथ आगे बढ़ेंगे।
प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सदियों पुराने राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। दोनों देशों ने उपनिवेशवाद, नस्लीय भेदभाव के खिलाफ एक साथ लड़ाई लड़ी है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और द. अफ्रीका के रंगभेदी आंदोलन के नायक नेल्सन मंडेला इसके सर्वोच्च उदाहरण हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गोवा में इस साल के अंत में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में वह राष्ट्रपति जुमा की मेजबानी करेंगे। उन्होंने दोनों देशों के उद्योगों और कंपनियों में सीधे संपर्क को और बढ़ाने का आह्वान किया। एनएसजी में भारत के समर्थन के लिए मोदी ने जुमा का धन्यवाद दिया। दोनों देश कई बहुपक्षीय मंचों ब्रिक्स, इब्सा, जी20 और बेसिक के सदस्य हैं। इससे पहले अफ्रीका के लघु उद्यम मंत्री कोएना मसाबने ने वाटरक्लूफ एयरबेस पर पीएम मोदी की अगवानी की। द. अफ्रीका में 12 लाख भारतीय मूल के लोग हैं।
द. अफ्रीका मोदी का दूसरा घर : जुमा
द. अफ्रीका को पीएम मोदी के लिए दूसरा घर बताते हुए जुमा ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दोनों देश वीजा नियमों में आसानी लाएंगे। उन्होंने बताया कि सौ से ज्यादा भारतीय कंपनियां द. अफ्रीका के आर्थिक विकास में उल्लेखनीय योगदान दे रही हैं। भारत द. अफ्रीका का छठवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।