गोवा में शुरू हुए आठवें ब्रिक्स सम्मेलन से पहले रूस और भारत के बीच कई अहम समझौते हुए। रूस के साथ हुए समझौतों के बाद हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देने पर रूस की जमकर तारीफ की।
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन और मैं आतकंवाद और इसे समर्थन करने वालों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेन्स’ की नीति अपनाने पर सहमत हुए हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत और रूस का स्टैंड एक जैसा ही है। पीएम मोदी ने कहा कि हम सरहद पार आतंकवाद से निपटने के मुद्दे पर रूस की समझ और समर्थन की गहरी प्रशंसा करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने रूस को बताया पुराना साथी, देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की सराहना की।
पीएम मोदी ने भारत-रूस संबंधों पर कहा, सचमुच हमारे बीच विशिष्ट और अनूठे रिश्ते हैं। दोनों देशों के कारोबार, उद्योग आज ज्यादा गहराई से जुड़े हैं। राष्ट्रपति पुतिन और मैंने आपसी सहयोग के सारे आयामों पर अभी विस्तृत और उपयोगी वार्ता की। संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में रुस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि भारत और रूस के बीच व्यापारिक सम्बन्ध बेहतर हो रहे हैं। दोनों देशों की कंपनियां औद्योगिक, सैन्य और तकनीकी सहयोग बढ़ा रही हैं।
वहीं विदेश सचिव एस. जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के अहम बिंदुओं को मीडिया से साझा किया। उन्होंने कहा पिछले 9 महीनों में भारत और रूस के बीच रिश्तों में बहुत सुधार आया है। दोनों देशों के नेता (मोदी और पुतिन) आतंकवाद के हर रूपों की कड़ी निंदा करते हैं। उड़ी हमले की स्पष्ट तौर पर निंदा करने के लिए भारत ने रूस का आभार व्यक्त किया। भारत को रूस पर पूरा भरोसा है। रूस कभी कोई ऐसा फैसला नहीं लेगा जो भारत के हित में न हो। विदेश सचिव ने कहा कि हमारी कोशिश है कि भारत और रूस में बिजनस और इन्वेस्टमेंट बढ़ें।