वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी पहुंचे| इस दौरान उन्होंने ई-रिक्शा का वितरण किया| अपने संसदीय क्षेत्र के सातवें दौरे में उन्होंने शहर के प्रमुख लोगों के साथ बात भी की| उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि शहर में सड़क सरकार बनाती है लेकिन उसे हरा-भरा करने की जिम्मेवारी आपकी हैं|
इसके बाद तय कार्यक्रम के मुताबिक मोदी काशी का “अस्सी घाट” पहुंचें, जहां उन्होंने ई-बोट की सवारी भी की | अस्सी घाट में उन्होंने ई-बोट का वितरण भी किया | यह ई-बोट सौर ऊर्जा से चलेगी | पीएम मोदी ने अस्सी घाट में अपने संबोधन की शुरूआत हर-हर महादेव से की | उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त राजनीतिक पार्टियां कई स्कीम का लॉन्च करती है जो उनके वोट बैंक को मजबूत कर सकें | हमारे देश में योजनाएं वैसी बनी जिससे वोट बैंक मजबूत हो सकें |
उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ते जायेंगे, चुनाव जीतते जायेंगे, लेकिन मेरा गरीब और गरीब बनता जायेगा, और मुसीबत झेलता जायेगा. वैसे स्कीम जो लोगों को मजबूती प्रदान करें उन स्कीमों से ज्यादा जरुरी है जो सिर्फ वोट बैंक बनाएं | हम गरीबों को सामर्थ्यवान बनाना चाहते हैं ताकि वो गरीबी लड़ा सकें|
एक जमाना था जब एमपी को 25 रसोई गैस का कूपन मिलता था | लोग उनके घर जाते थे और पूछते थे , साहब एक कूपन दे दो बेटी की शादी होने वाली है | भाईयो व बहनो, वो भी 25 कनेक्शन वाली सरकार थी | यह भी एक सरकार है, हमने निर्णय कर लिया है कि अगले पांच साल में 5 करोड़ घरों का गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य है. गरीब माता-पिता लकड़ी में खाना बनाते है | एक लकड़ी के चूल्हे से खाना बनने से 400 सिगरेट का धुआं होती है | इसका असर होगा कि तबीयत अच्छा होगा. अब लकड़ी लाने के लिए जाना नहीं होगा |
आज यहां आपने देखा मैंने मछुआरा भाइयो-बहनों को ई वोट देंगे | मेरे भाइयों- बहनों आज उसको इस संकट से उबार रहे है | मैंने मछुआरा भाई से पूछा कि दिन भर में कितना डीजल लग जाते है | उन्होंने कहा एक दिन में 500 लीटर का डीजल लग जाता है | टूरिस्ट को मजा नहीं आता | बोट की आवाज से पर्यटक कुछ नहीं सुन पाते हैं | मुझे बताइये काशी के टूरिज्म को लाभ होगा कि नहीं |
उन्होंने कहा जिसके पास ई-बोट नहीं है अब वो मोदी को पकड़ेगा. इस ई बोट से वाराणसी के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. भाइयों -बहनों आसमान में 7-8 वोट मिलेंगे . अरबों रुपये खर्च हुए हो. जीपीएस सैटेलाइट छोड़ा है. हम दीनदयाल उपाध्याय , श्यामा प्रसाद मुख्रर्जी का नाम दे दें. इस देश में एक ही परिवार के लोगों के कई नाम से योजनाएं चलती है लेकिन हमने इस जीपीएस सैटेलाइट का नाम नाविक दिया है.