पूर्वी दिल्ली नगर निगम द्वारा भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सहयोग से त्रिलोकपुरी में कूड़े से खाद बनाने के प्रोजेक्ट पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म का निर्माण किया जा रहा है। इस फिल्म का निर्माण लोगों को प्रोजेक्ट के बारे में जागरूक करने व ऐसी पहल के लिए प्रेरित करने के लिए किया जा रहा है। फिल्म का निर्देशन युवा फिल्मकार देवीर भंडारी द्वारा किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर से निकलने वाले कूड़े के पृथक्करण को बढ़ावा देने वाले पूर्वी दिल्ली नगर निगम के इस प्रोजेक्ट को सेंटर फोर अर्बन एंड रीजनल एक्सीलेंस (CURE) द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत चरणबद्ध तरीके से 2000 घरों का कूड़ा विकेंद्रीकृत किए जाने की योजना है।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त डॉ. रणबीर सिंह ने बताया कि इस प्रोजेक्ट से निगम द्वारा घर-घर से कूड़ा एकत्र करने, कूड़ा ले जाने और उसके निस्तारण आदि पर आने वाले खर्च में कमी आएगी। साथ ही, लैंडफिल साइट भी पर कूड़ा का दबाव कम होगा। साथ ही लोगों में पर्यावरण को लेकर भी जागरूकता बढ़ेगी और कूड़े के बेहतर निस्तारण में अनौपचारिक सेक्टर को भी शामिल किया जा सकेगा।
इस प्रोजेक्ट के तहत अभी करीब 800 घरों से कूड़ा एकत्र किया जा रहा है और 6 लेन को ‘स्वच्छ गली’ घोषित किया गया है और इनसे एकत्र कूड़े से 95 किलोग्राम कृमि खाद की पहली खेप बिक्री के लिए तैयार है। घरों में रहने वाले लोगों को गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग कूड़ेदान में जमा करने के बारे में सिखाया गया है और इसके लिए उन्हें 2-2 कूड़ेदान भी दिए गए हैं।
अभी इस प्रोजेक्ट के तहत त्रिलोकपुरी में इंदिरा गांधी महिला पार्क के पास 13 गड्ढे बनाए गए हैं जिनमें कूड़े की खाद बनाई जा रही है, इन्हें बढ़ाकर 15 किया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट की खास बात यह है कि इसमें विभिन्न एजेंसियों के साथ-साथ स्थानीय नेताओं, आरडब्ल्यूए और आम लोगों की भी सीधी भागीदारी है।