बाजीलिया। ब्राजील की निलंबित राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ महाभियोग पर हुए मतदान में पराजित हो गई। सीनेट में बुधवार को हुए मतदान में 61 सीनेटरों ने उनके खिलाफ, जबकि 20 ने उनके पक्ष में मतदान किया। बजट कानून तोड़ने के कारण राष्ट्रपति महाभियोग प्रक्रिया का सामना कर रही थी और देश राजनीतिक ध्रुवीकरण में फंसा हुआ था। रोसेफ ने सार्वजनिक खर्च को बल देने के लिए गैरकानूनी रूप से सरकारी बैंक से धन का इस्तेमाल किया था। लातिन अमेरिका की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की सत्ता 13 वर्षों से वामपंथी वर्कर्स पार्टी के हाथों में थी। रोसेफ के हटते ही इस पार्टी के शासन का अंत हो गया। रोसेफ को अगले आठ वर्षों तक सरकारी पद से दूर रखने के बारे में फैसला लेने के लिए सीनेट में मतदान होगा। रोसेफ के हटने के बाद कंजरवेटिव मिशेल टेमर अब राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। मई में रोसेफ के निलंबित होने के बाद से ही पूर्व उपराष्ट्रपति टेमर देश की बागडोर संभाल रहे हैं। वे इस पद पर 2018 तक रहेंगे।
ब्राजील की पहली महिला राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है। उन्होंने कहा कि महाभियोग का लक्ष्य देश के पूंजीपयों के हितों का संरक्षण और ब्राजील के गरीब लोगों के लिए चलाए जा रहे सामाजिक कार्यक्रमों को बंद करना है। इन सामाजिक कार्यक्रमों से ही पिछले दशक के दौरान लाखों गरीब गरीबी से उबर सके।रोसेफ के पद से हटाए जाने की जानकारी सामने आते ही देश के कई शहरों में खुशियां मनाई गई। राजधानी में वाहन चालकों ने हार्न बजाकर और दूसरे शहर में आतिशबाजी कर लोगों ने खुशी का इजहार किया।वहीं सीनेट में महाभियोग पर मतदान की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही रोसेफ समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। संसद के बाहर लोगों ने रोसेफ के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिए थे।