प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मंत्रिपरिषद में एक महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला व भारी उद्योग राज्यमंत्री जी.एम. सिद्देश्वरा को हटा दिया है। अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी अब पदोन्नत होकर इसी मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री होंगे। शहरी विकास व गरीबी उन्मूलन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो का भी विभाग बदलते हुए उन्हें भारी उद्योग मंत्रालय में भेजा गया है।
गत मंगलवार को मोदी ने अपनी मंत्रिपरिषद का विस्तार व व्यापक फेरबदल किया था। मंत्रिपरिषद में 75 साल से कम उम्र के मंत्री ही रखने के फार्मूले के चलते हेपतुल्ला का हटना तय था। सूत्रों के अनुसार 5 जुलाई को विस्तार के समय नजमा विदेश में थीं इसलिए उनके वापस आने के बाद ही इस्तीफा लिया गया है। वहीं हेपतुल्ला का कहना है कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है। कैबिनेट में काम करने का मौका देने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को शुक्रिया कहा।
राज्यपाल बनाने की संभावना
हेपतुल्ला को तेलंगाना का राज्यपाल बनाए जाने की संभावना है। मोदी सरकार के एक और मंत्री कलराज मिश्रा भी 75 साल पार कर गए हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के चुनावों को देखते हुए उनको मंत्री बनाए रखा गया है। सिद्देश्वरा का चूंकि 5 जुलाई को जन्मदिन था, इसलिए उन्होंने इस्तीफा देने के लिए कुछ समय मांगा था। बेहतर कामकाज न होने के चलते जिन राज्यमंत्रियों को हटाया गया है उनमें सिद्देश्वरा भी शामिल थे।
बाबुल सुप्रियो का विभाग बदला
मोदी ने एक और बदलाव बाबुल सुप्रियो के मंत्रालय में किया है। सूत्रों के अनुसार सुिुप्रयो को लेकर उनके वरिष्ठ मंत्री वेंकैया नायडू नाराज थे। इसी वजह से राव इंद्रजीत को पिछले हफ्ते के फेरबदल में शहरी विकास व गरीबी उन्मूलन राज्यमंत्री बनाया गया था। तभी यह तय हो गया था कि सुप्रियो को जल्दी ही नया मंत्रालय दिया जाएगा। अब सिद्देश्वरा के इस्तीफे के बाद उनको भारी उद्योग राज्यमंत्री बनाया गया है।