आई.टी.पी.ओ और दो मेट्रो स्टेशनों से एन.जी.टी के निर्देशों का पालन करने को कहा गया
आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को वायु प्रदूषण के खिलाफ तेजी से बड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये
द.दि.न.नि के इलाकों में पानी का छिड़काव और मैकेनिकल रोड़ स्वीपिंग जारी
द.दि.न.नि दिल्ली वायु प्रदूषण पर अधिक से अधिक लगाम लगाने के लिए वचनबद्ध है क्योंकि दिल्ली की वायु गुणवत्ता फिर एक बार खराब होती जा रही है। इसका कारण हवा की दिशा में परिवर्तन है जो पंजाब और हरियाणा में जलाई जा रही पराली से उत्पन्न प्रदूषित वायु को दिल्ली ला रहा है। वायु प्रदूषण का प्रभाव समाप्त करने के लिए सभी संभव प्रयास करने का फैसला किया गया है क्योंकि इससे नागरिकों विशेष तौर पर बच्चांे और बुजुर्गों के स्वास्थ्य को नुकसान पहंुच रहा है। आयुक्त डाॅ. पुनीत कुमार गोयल ने दिल्ली में वायु प्रदूषण के चिंताजनक स्तर से उत्पन्न स्थिति से निपटने के आज एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। डाॅ. गोयल ने संबंधित अधिकारियों से अपने प्रयासों में तेजी लाने और कर्मचारियों से प्रदूषण के खिलाफ कार्रवाई में जुट जाने को कहा। बैठक में सभी जोन के उपायुक्त और डैम्स विभाग के अधिकारी तथा इंजीनियर उपस्थित थे।
इस बीच द.दि.न.नि ने आई.टी.पी.ओ की प्रगति मैदान परियोजना पर काम कर रही एन.बी.सी.सी और दिल्ली मेट्रो रेल निगम से निर्माण और ढांचों को ध्वस्त करने के बारे में एन.जी.टी के निर्देशों का पालन करने को कहा गया है। ऐसा नहींे किये जाने पर उनके खिलाफ समुचित कार्रवाई शुरू की जायेगी। मेट्रो रेल निगम से लाजपत नगर और मथुरा रोड़ स्टेशनों पर निर्माण आदि की गतिविधियां सीमित करने को कहा गया है। मैसर्स इंडस्ट्रियल कंटेनर एण्ड क्लोजरस लिमिटिड ओखला, स्पैक्ट्रा आई.एस.पी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटिड को भी ऐसी सूचना दी गई है।
डाॅ. गोयल ने संबंधित अधिकारियों से अपने सभी कर्मचारियों और मशीनों का अधिकतम इस्तेमाल करने को कहा है क्योंकि वायु प्रदूषण के खराब स्तर से दिल्ली के सभी नागरिकांे में चिंता का विषय बना हुआ है।
द.दि.न.नि के पास अब तक 12 मैकेनिकल स्वीपर थे और इसे अब 6 और नये रोड़ मैकेनिकल स्वीपर मिले हैं। कुल 18 मैकेनिकल स्वीपर में से 4-4 चारों जोन में तैनात हैं और 2 को मुख्यालय में तैनात किया गया है। 18 मैकेनिकल स्वीपर प्रतिदिन 450 किलो. मीटर सड़क की सफाई कर रहे हैं द.दि.न.नि को 40 नये वाटर टैंकर मिले हैं। इनमें से 20 टैंकरों की क्षमता 9 किलो. लीटर पानी की है और शेष 20 की क्षमता 5 किलो. लीटर पानी की है। द.दि.न.नि शीघ्र 5 छोटे आकार के वाटर स्प्रींकलर ले रही है जिनकी क्षमता 3000 लीटर होगी।
इसके अलावा संबंधित विभागों ने निर्माण गतिविधियों और कचरे को जलाये जाने के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके अलावा कूड़ा फेंकने और थूकने आदि के मामलों में मौके पर जुर्माना किया जा रहा है। नालों में गंदगी फेंकने वालों पर भी बड़ी मात्रा में जुर्माना लगाया जा रहा है। इसके अलावा एस.डब्ल्यू.एम नियमों के तहत चालान किये जा रहे हैं।
द.दि.न.नि ने ठोस कचरे और प्लास्टिक रबड़ को जलाने के खिलाफ भी कार्रवाई की है। सड़कों पर धूल समाप्त करने के लिए वाटर स्प्रींकलर से छिड़काव किया जा रहा है।
1 सितम्बर 2018 से 11 अक्टूबर 2018 के बीच एस.डब्ल्यू.एम और एन.जी.टी कानून के तहत निर्माण और वायु प्रदूषण को लेकर लगभग 250 चालान किये गए। जिनसे 1 लाख 68 हजार 600 रु जुर्माना प्राप्त हुआ।