द.दि.न.नि अपने 40 विज्ञान क्लब समन्वयकों को लखनऊ में चैथे भारत अंतराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2018 में भाग लेने के लिए भेजेगा
सर्वश्रेष्ठ विज्ञान समन्वयक प्राथमिक शिक्षकों की कार्यशाला यानी राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षक कांग्रेस की कार्यवाही का संचालन करेगा
महोत्सव में भागीदारी से समन्वयकों में विद्यार्थियों के बीच वैज्ञानिक ज्ञान को नवाचार में बदलने और उनमें अधिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने की क्षमता बढ़ेगी
द.दि.न.नि ने अपने स्कूलों के 40 विज्ञान क्लब समन्वयकों को लखनऊ में 5 अक्टूबर से 8 अक्टूबर के बीच आयोजित चैथे भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में शामिल होने के लिए भेजने का फैसला किया है। इसका आयोजन विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने विज्ञान प्रसार नेटवर्क के साथ मिलकर किया गया है। राष्ट्रपति महामहिम श्री राम नाथ कोविंद 6 अक्टूबर को लखनऊ में इस महोत्सव का औपचारिक शुभारंभ करेंगे। द.दि.न.नि में शिक्षा समिति की अध्यक्षा डाॅ. नंदिनी शर्मा ने समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बताया। इस बैठक में स्कूलों के विज्ञान क्लबों के कामकाज पर विस्तृत चर्चा भी की गई। उन्होेंने बताया कि निगम स्कूलों के 100 विज्ञान क्लबों में से 59 क्लबों का दर्जा व्हाइट क्लब से बढ़ाकर स्वर्ण क्लब, रजत क्लब और कांस्य क्लब कर दिया है। 16 क्लबों को स्वर्ण क्लब, 20 को रजत क्लब और 13 को कांस्य क्लब का दर्जा दिया गया है। देशभर में विज्ञान क्लबों को कामकाज के मूल्यांकन के बाद 188 क्लबों का दर्जा दिया गया है जिनमें से 59 विज्ञान क्लब द.दि.न.नि के है। उन्होंने यह भी बताया कि देशभर के नगर निगमों ने द.दि.न.नि की विज्ञान क्लबों का अनुसरण कर काम करने का फैसला किया है क्योंकि हमारे विज्ञान क्लबों ने बेहतरीन तरीके से विद्यार्थियों में तेजी से वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित किया है। डाॅ. शर्मा ने इस पर प्रसन्न्ता व्यक्त करते हुए कहा कि 59 क्लबों का दर्जा बढ़ाये जाने से पता चलता है कि विद्यार्थियों में किस तरह शानदार तरीके से वैज्ञानिक रूचि विकसित की गई है।
डाॅ. नंदिनी शर्मा ने कहा कि द.दि.न.नि के स्कूलों के विज्ञान क्लब समन्वयक प्राइमरी स्तर की विज्ञान शिक्षा कार्यशाला में विज्ञान की शिक्षा देने के अपने अनुभव साझा करेंगे। इसके अलावा वे अन्य राज्यों के स्कूलों के शिक्षकों की श्रेष्ठ प्रक्रियाओं से सीखने का प्रयास भी करेंगे। महोत्सव के प्रशासन ने द.दि.न.नि से अपने एक श्रेष्ठ विज्ञान क्लब के समन्वयक की सेवाएं देने को कहा है जो कार्यशाला की कार्यवाही का संचालन करेगा। इस कार्यशाला को राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षक कांग्रेस भी कहा जाता है।
द.दि.न.नि के विज्ञान क्लब बच्चों की वैज्ञानिक गतिविधियों का केंद्र बन रहे हैं और विज्ञान के बारे में उनकी जिज्ञासा दूर कर रहे हैं। विज्ञान प्रसार नेटवर्क ने शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया है ताकि वे विद्यार्थियों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की रूचि बढ़ा सकें। विज्ञान प्रसार नेटवर्क ने स्कूलों के शिक्षकों को विज्ञान से संबंधित सामग्री दी है और उन्हंे क्लबों में विज्ञान का ज्ञान संचार करने का प्रशिक्षण भी दिया है।