पूर्वी दिल्ली के महापौर, श्री बिपिन बिहारी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल, दिल्ली सरकार द्वारा विभिन्न मदों में निगम का फंड रोके जाने का नतीजा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उपमहापौर, सुश्री किरण वैध; स्थायी समिति अध्यक्ष, श्री सत्यपाल सिंह; नेता सदन, श्री निर्मल जैन व स्थायी समिति सदस्य, श्री राजीव कुमार भी मौजूद रहे। महापौर ने कहा कि 19 सितंबर 2018 को उन्होंने सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उन्हें आश्वासन दिया कि दिल्ली सरकार द्वारा निगम का बकाया फंड जारी होने के बाद वह सफाई कर्मचारियों की मांगों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करेंगे।
महापौर ने बताया कि सफाई कर्मचारी यूनियन ने बैठक के दौरान जिन प्रमुख बातों को रखा उसमें 2017 तक के नियुक्त अस्थायी सफाई कर्मचारियों का नियमितिकरण और पुराने नियमित कर्मचारियों की बकाये राशि का भुगतान शामिल है। महापौर ने बताया कि अधिकारियों को पूर्वी दिल्ली नगर निगम के दोनों जोन में अस्थाई सफाई कर्मचारियों की सूची तैयार करने एवं उन्हे नियमित करने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
महापौर ने बताया कि दिल्ली सरकार से निगम को फण्ड न मिलने की वजह से ही कर्मचारियों को वेतन देने में समस्या आ रही है। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार द्वारा फंड ना दिए जाने के खिलाफ निगम ने न्यायालय में भी मामला दायर किया हुआ है जिसमे न्यायालय ने दिल्ली सरकार को दो सप्ताह में फंड जारी करने का आदेश दिया था। महापौर ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल निगम का बकाया फंड ना देकर उसे पंगु बनाने की कोशिश कर रहे हैं। निगम के पास फंड ना होने के चलते विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
महापौर ने सफाई कर्मचारियों से हड़ताल समाप्त करने की अपील करते हुए कहा कि वे थोड़ा संयम बनाकर रखे और उनकी न्यायसंगत मांगों को पूरा जल्द ही पूरा जाएगा। महापौर ने सफाई कर्मचारियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान को सफल बनाने की अपील की।