नई दिल्ली: टाटा स्टील ने शनिवार को ऐलान किया कि वह 4,300-4,700 करोड़ रुपये में उषा मार्टिन लिमिटेड (यूएमएल) के इस्पात कारोबार का अधिग्रहण करेगी. यूएमएल ने शेयर बाजार को उपलब्ध करायी गयी अपनी जानकारी में कहा है कि इस्पात कारोबार को टाटा को बेचने से कंपनी को अपने कर्जे बहुत हद तक कम करने में मदद मिलेगी. उसने कहा है कि इस सौदे के छह से नौ माह के समय में पूरा होने की संभावना है. टाटा स्टील ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि उसने यूएमएल के इस्पात कारोबार के अधिग्रहण के लिए एक करार किया है. विज्ञप्ति के अनसार लेन देन में समायोजन के बाद यह सौदा नकद 4,300-4,700 करोड़ रुपये के बीच का होगा.
गौरतलब है कि घरेलू इस्पात कंपनी टाटा स्टील ने बीते वित्त वर्ष की मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में 14,688.02 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया है. बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कंपनी ने यह जानकारी दी. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 1,168.02 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ था. तिमाही के दौरान कंपनी की कुल एकीकृत आय बढ़कर 36,407.19 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 35,457.06 करोड़ रुपये थी.
तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च 32,626.42 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 31,132.02 करोड़ रुपये था. कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन ने कहा, ‘‘टाटा स्टील ने बीते वित्त वर्ष में बेहतरीन प्रदर्शन किया. हमारी ठोस क्रियान्वयन नीति तथा वैश्विक स्तर पर अनुकूल मांग – आपूर्ति संतुलन की वजह से हम यह प्रदर्शन हासिल कर पाए.’’ उन्होंने कहा कि कलिंगनगर संयंत्र के विस्तार तथा मार्केटिंग नेटवर्क और ब्रांड इक्विटी की मजबूती से हमारे भारतीय परिचालन ने बाजार की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया.