कुंभ कैंपस. कुंभ क्षेत्र में इन दिनों अजब ग़जब बाबाओं का मेला लगा हुआ है। कोई अपने कारनामे से तो कोई अपने रूप रंग से श्रद्धालुओं में चर्चा का विषय बना हुआ है। मोह माया से दूर रहने वाले बाबाओं में एक ऐसे भी बाबा कुंभ में पहुंचे हैं, जिनके पास गरीबों के लिए मोह भी है और माया भी। यह हैं गुजरात के गांधीनगर निवासी सुधीर कुमार उर्फ़ बिट्टू जी महाराज उर्फ गोल्ड बाबा। बाबा को गोल्ड बाबा का खिताब उनके भक्तों ने दिया है। यह गोल्ड बाबा इन दिनों मेले में आए लोगों के लिए चर्चा का विषय बने हुए है।
गोल्ड बाबा सोने के आभूषण और हीरे की घड़ी पहने अलग ही दमकते नजर आते हैं। बाबा के गले से लेकर उनके हाथ की उंगुलियां गोल्ड से सजी हुई हैं। बाबा के दर्शन से ज्यादा भक्त बाबा के गोल्ड के गहनों को देखने के लिए आते हैं। बाबा के शरीर पर करीब 3-4 किलो के गहने हैं।
शरीर पर लगभग डेढ़ करोड़ से ज्यादा के गहने हैं सो पुलिस भी 24 सो घंटे इनके साथ रहती है। बाबा का दिल्ली में रेडीमेड कपड़ों का कारोबार है। वह प्रयाग में वर्ष 2001 के कुंभ और 2007 के अर्धकुंभ में भी आए थे। इस महाकुंभ में भी सभी शाही स्नान करेंगे। मंगलवार को मेले में निकले तो लोग उन्हें निहारने लगे
सुबह स्नान के बाद इन आभूषणों की पूजा करते हैं। तब उन्हें शरीर पर धारण करते हैं। बाबा के पास 25 लाख की एक हीरे जड़ित घड़ी भी है। साथ ही बाबा का जूता भी ढाई लाख रुपये का। कपड़े भी हरदम विलायती और ब्रांडेड पहनने के शौकीन हैं। काफिले में भी मर्सिडीज बेंज जैसी चार महंगी गाड़ियां चलती हैं। गोल्ड बाबा स्वीकारते हैं कि वह खुद संन्यासी नहीं है बल्कि सन्यासियों के शिष्य हैं।