पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने गाजीपुर में ठोस अपशिष्ट से बिजली, पानी और ईंधन बनाने को लेकर एजी डाउटर्स कंपनी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान पूर्वी दिल्ली के महापौर, श्री बिपिन बिहारी सिंह; नेता सदन, श्री निर्मल जैन; स्थायी समिति सदस्य, श्री राजीव कुमार, निगमायुक्त, डॉ. रणबीर सिंह, अतिरिक्त आयुक्त, सुश्री अल्का शर्मा, निगम और एजी डाउटर्स कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
इस समझौता ज्ञापन के तहत निगम एजी डाउटर्स कंपनी को गाजीपुर लैंडफिल साइट पर 3 एकड़ भूमि देगा जहां कंपनी अपना संयंत्र स्थापित करेगी। इस संयंत्र द्वारा प्रतिदिन 1500 मीट्रिक टन कूड़े से बिजली, पानी और ईंधन बनाया जाएगा। पहले से जमा ठोस अपशिष्ठ से बिना प्रदूषण के बिजली, पानी और ईंधन बनाने वाला यह भारत में पहला और सबसे बड़ा संयंत्र होगा।
इस अवसर पर महापौर श्री बिपिन बिहारी सिंह ने कहा कि गाजीपुर ठोस अपशिष्ठ के बेहतर और समुचित निस्तारण को लेकर निगम हरसंभव प्रयास कर रहा है और यह समझौता ज्ञापन इसी का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए कूड़े से बिजली, पानी या ईंधन बनाने की पहल से कूड़े की समस्या हल होने की उम्मीद है।
निगमायुक्त, डॉ. रणबीर सिंह ने बताया कि अभी इस योजना को एक साल के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जा रहा है और अगर यह सफल रहा तो इस समझौता को 21 वर्षों के लिए बढ़ाया जाएगा। डॉ. सिंह ने कहा कि इस संयंत्र से बिजली या पानी उत्पादन की प्रक्रिया में सभी पर्यावरण संबंधी दिशानिर्देशों का पालन होगा। निगमायुक्त ने कहा कि इस संयंत्र के माध्यम से प्रतिदिन 1500 मीट्रिक टन कूड़े से 560 मेगावाट हरित ऊर्जा, 4.75 लाख लीटर पानी और 2 लाख जीरो कार्बन ईंधन पैदा किया जा सकेगा। कंपनी का कहना है कि उसका संयंत्र एलटी प्लाज्मा गैसीफिकेशन तकनीक पर आधारित होगा। इस संयंत्र द्वारा मार्च 2019 से बिजली उत्पादन शूरू होने की उम्मीद है।