मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को दो टूक कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और उन्हें सख्त सजा दी जायेगी. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून को तोड़नेवालों पर शिकंजा कसने के लिए कानून की कमियाें को दूर िकया गया है और उसे गांधी जयंती के दिन दो अक्तूबर से लागू किया जायेगा.
वह गांधी मैदान स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास से युवा जदयू की ‘चंपारण पदयात्रा’ के जत्थे को रवाना करने के मौके पर समारोह को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखा कर जत्थे को रवाना किया. यह जत्था 26 सितंबर को पश्चिम चंपारण के भितिहरवा पहुंचेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोपालगंज की घटना के बाद लोग कहने लगे थे कि शराबबंदी फेल हो गयी. अपराध की एक-दो घटनाओं से क्या कानून फेल हो जाता है? कानून कभी फेल नहीं होता है. कानून के प्रावधानों के अनुसार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. आपराधिक मनोवृत्ति के लोग काम करते हैं. सरकार उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी और कानून के अनुसार उन्हें सख्त दंड दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर पहले लोगों ने मेरा मजाक बनाया, अब विरोध कर रहे हैं, लेकिन बाद में सब लोग साथ चल देंगे. यही होनेवाला है.
उन्होंने कहा कि कानून की अपनी सीमा है. जनसहयोग और जनचेतना से ही यह लागू हो सकता है. युवा जदयू की चंपारण पदयात्रा जनचेतना पैदा करने में सहायक होगी. लोगों के बीच जो जागृति आयी है, उससे अब गिन-चुने लोग ही इसके विरोधी रह गये हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपराधिक मामलों के कानून बने हैं, लेकिन आपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी होते हैं. फांसी, उम्रकैद जैसी भी सजा के प्रावधान हैं, पर अपराध होते हैं. इसी तरह शराबबंदी के कानून का कोई उल्लंघन करेगा तो उस पर भी कार्रवाई की जायेगी. यह फैसला सामान्य नहीं है.