कश्मीर में बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद भड़की हिंसा से घाटी में अब भी तनाव व्याप्त है. आज 16 वें दिन भी घाटी में कर्फ्यू जारी है. इस बीच जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है. मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर की में फैले तनाव को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा है.
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कि यह पाक का पाखंड है कि वह अपने यहां के बच्चों को बंदूक उठाने पर सजा देता है वहीं कश्मीरी युवाओं के बंदूक उठाने का महिमामंडित करता है. जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान को निशाना बनाते हुए कहा कि दुर्भाग्यवश जो देश कहता है कि वह आतंकवाद का शिकार है, वही कश्मीर के युवाओं के बंदूक उठाने की सराहना करता है. सद्भाव के लिए पीएम मोदी नवाज शरीफ से मिलने पाकिस्तान गए थे, लेकिन दुर्भाग्यवश पठानकोट के बाद बातचीत रूक गई.
अफस्पा हटाने की अपील
जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम यह नहीं कह रहे हैं कि अफस्पा तुरंत हटाना चाहिए, लेकिन प्रयोग के तौर पर इसे हटाने की प्रक्रिया शुरू हो जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि शुरुआत में घाटी के कुछ इलाकों से हटाना चाहिए फिर इसे पूरी तरह हटाने की कोशिश करना चाहिए.
महबूबा मुफ्ती ने राजनाथ सिंह से की मुलाकात
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपनी सरकार के कई मंत्रियों के साथ आज केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. राजनाथ घाटी में हुई हिंसक झडपों के बाद यहां की स्थिति का जायजा लेने के लिए दो दिन की कश्मीर यात्रा पर आए हैं. इन झडपों में 46 लोग मारे गए हैं और 3400 अन्य लोग घायल हुए हैं.
गृहमंत्री द्वारा सत्ताधारी पीडीपी, भाजपा और विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस के प्रतिनिधियों से अलग-अलग मुलाकात किए जाने के बाद महबूबा के नेतृत्व वाले सरकारी प्रतिनिधिमंडल ने सिंह से मुलाकात की.राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘बैठक अभी जारी है. केंद्रीय मंत्री आज दिल्ली लौटने पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे.’ घाटी में आज लगातार 16वें दिन सामान्य जनजीवन के पंगु बने रहने के कारण एक बेचैन करने वाली चुप्पी पसरी हुई है.
इसी वजह से कश्मीर के पांच जिलों में और इसकी ग्रीष्मकालीन राजधानी के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू अब भी लगा हुआ है.एक अधिकारी ने कहा कि घाटी में स्थिति अब तक शांतिपूर्ण है. आतंकी कमांडर बुरहान वानी के एक एनकाउंटर में मारे जाने के एक दिन बाद प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झडपें शुरु हो गई थीं.