बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मुसलमानों को पार्टी से जोड़ने का काम शुरू कर दिया है। शनिवार को सिद्दीकी के आवास पर एआईएमआईएम व विभिन्न पार्टियों से जुड़े कई मुस्लिम नेता बसपा में शामिल हुए।
मायावती ने हाल ही सिद्दीकी को पूरे प्रदेश में मुसलमानों को पार्टी से जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी थी। शनिवार को सिद्दीकी के कैंट स्थित आवास पर हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के प्रदेश महासचिव काजी मोहम्मद जाहिद व मौलाना सुहेबुर रहमान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता बसपा में शामिल हुए।
जाहिद ने इस मौके पर कहा कि सपा व अन्य पार्टियों ने मुसलमानों का वोट लिया और बदले में उन्हें दंगे, अत्याचार, बेरोजगारी, महंगाई और उत्पीड़न जैसी चीजें दी हैं।
सपा के कारण ही आज मुसलमान दोराहे पर
उन्होंने कहा कि सपा की वजह से मुसलमान दोराहे पर खड़ा है। अब मुसलमानों को दूसरी पार्टियां छोड़कर बसपा से जुड़ जाना चाहिए।
जाहिद ने कहा कि वे जल्द ही लखनऊ में मुसलमानों का एक बड़ा कार्यक्रम करेंगे जिसमें विभिन्न पार्टियों के तमाम लोग बसपा में शामिल होंगे।
इस मौके पर सिद्दीकी ने कहा कि मुसलमानों के साथ सर्वसमाज का पूरा समर्थन बसपा के साथ है। मुसलमानों के बड़े सम्मेलन के प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि वह इस बारे में राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती से वार्ता करेंगे। इसके बाद इस पर फैसला होगा।