पूंछ और उरी में हुए आतंकी हमले में जवानों की शहादत का बदला भारत ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकियों को ढेर कर के लिया है. DGMO और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह खुलासा किया गया कि भारतीय फौज ने बुधवार देर रात नियंत्रण रेखा को पार करते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक किया.
डीजीएमओ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि भारतीय सेना को सटीक खबर मिली थी कि पाकिस्तान के जरिए आतंकवादी भारत में घुसपैठ के लिए तैयार हैं. भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सरजमीं में अपने सबसे बेहतरीन कमांडो भेजे थे. सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना ने पहली बार इस तरह के ऑपरेशन में वायुसेना की मदद नहीं ली है और भारतीय सैनिक बिना किसी खरोंच के वापस लौटे हैं.
भारत की तरफ से रात 12.30 बजे से 4.30 बजे तक यह ऑपरेशन चलाया गया. भारतीय सेना के कमांडोज ने आतंकवादियों के 7 लॉन्च पैड को अपना निशाना बनाया. इसमें 38 आतंकवादी मारे गए. भारत की ओर से हमला होने के बाद दो पाकिस्तानी सैनिक लॉन्च पैड की सुरक्षा में जुट गए थे, लेकिन हमले में वे भी मारे गए.
आज तक’ को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक करीब 25 स्पेशल कमांडोज ने ये ऑपरेशन पूरा किया. इन कमांडोज ने भिंबेर, केल, लीपा और टट्टापानी के पास बने लॉन्च पैड्स को अपना निशाना बनाया. एक ही समय में भारतीय सेना ने अलग-अलग जगहों पर बने 3 कैंप्स का खात्म किया. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, एनएसए अजीत डोभाल, सेना प्रमुख और डीजीएमओ ने पूरी रात सर्जिकल ऑपरेशन को मॉनीटर किया.
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद वाघा बॉर्डर पर गुरुवार को होने वाली बीटिंग रिट्रीट को रद्द कर दिया गया है. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के इस आदेश के बाद आज वाघा बॉर्डर पर परेड नहीं होगी.
डीजीएमओ ने यह बताया कि इस साल पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की 20 कोशिशें नाकाम की गई हैं. उरी और पूंछ में हुए आतंकी हमलों में पाकिस्तानी हाथ होने के कई सबूत हैं. इन हमलों में मारे गए आतंकवादियों के पास से कई ऐसे सामान मिले हैं जिनके पाकिस्तान का चिह्न बना हुआ है. इतना ही नहीं भारत ने कई बार पाकिस्तान को सबूत सौंपे हैं लेकिन कोई असर नहीं हुआ है.