रियो डि जेनेरियो में खत्म हुए ओलंपिक में तो भारत सिर्फ दो ही पदक जीत सका, लेकिन सात से 18 सितंबर तक रियो में ही होने वाले पैरालंपिक खेलों में अब कुछ पदकों की उम्मीद की जा रही है। पैरालंपिक में भारत के 17 एथलीटों ने क्वालीफाई किया था, लेकिन रूसी पैरालंपिक टीम पर बैन लगने के कारण उसको दो कोटा स्थान और मिल गए थे। अब भारत के 19 एथलीट भाग लेंगे। 8 सितम्बर तक सभी एथलीट रियो रवाना हो जाएंगे। इसमें 16 पुरुष और तीन महिला एथलीट हैं। इसमें दस हरियाणा के हैं। इसमें क्लब थ्रो चक्का फेंक में अमित सरोहा और भाला फेंक में देवेंद्र झाझरिया से पदक की उम्मीद की जा रही है। अमित सरोहा ने जाने से पहले कहा कि इस बार टीम पहले के मुकाबले ज्यादा मजबूत है और लंदन पैरालंपिक के मुकाबले रियो में ज्यादा पदक भारत की झोली में आएंगे। वहीं, भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा पिछले पैरालंपिक में मात्र पांच भारतीय एथलीट ही कोटा हासिल कर सके थे, लेकिन इस बार संख्या 19 तक पहुंची है। हमें उम्मीद है कि हमारे एथलीट शानदार प्रदर्शन करेंगे और भारत का नाम रोश करेंगे।